बैठक (दिनांक 18 मार्च 2017)
प्रकाशनार्थ
सरकार के अनमने रवैये से परेशान बी.एड. और डी.एल.एड. सत्र
2015-17 के छात्रों मे काफी असंतोष व्याप्त है । समाचार पत्रों मे निरंतर यह खबर
प्रकाशित हो रही है की दिसम्बर माह में होने वाली टीईटी / एसटीईटी मे सिर्फ ऐसे ही
अभियार्थी ही भाग ले सकते है जो बी.एड. / डी.एल.एड. के डिग्रीधारक है । वही सरकार
के इस सौतेलेपन से नाराज छात्रों ने अपनी
माँगो को पुरजोर तरीके से रखने के लिए बिहार शिक्षक प्रशिक्षण संघ के बैनर
तले एक विशाल आंदोलन करने की धमकी दी है । पिछले दिनों सरकार के इस फैसले के विरोध
मे मधेपुरा के BNMU प्रांगण में बी.एड. के छात्रों ने संघ
के अध्यक्ष ओमप्रकाश राय के नेतृत्व में एक बैठक का आयोजन किया था जिसमें प्रदेश
के फारबिसगंज बी.एड. कॉलेज , पूर्णिया के मिल्लिया बी.एड.
कॉलेज एवं मिल्लिया डी.एल.एड. कॉलेज रामबाग , स्वदेशी बी.एड.
कॉलेज , कटिहार के सिरसा टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज , सीमांचल बी.एड. कॉलेज , मधेपुरा के टी.पी. कॉलेज , राजेंद्र मिश्रा कॉलेज (सहरसा) , M.L.T. कॉलेज (सहरसा) के सैकड़ो छात्र शामिल हुए थे । छात्रों की माँग थी की उन्हे
दिसम्बर मे आने वाली टीईटी/एसटीईटी मे सत्र 2015-17 के छात्रों को शामिल होने का
मौका दिया जाए । यदि सरकार उन्हे इस वर्ष पात्रता परीक्षा मे बैठने का मौका नही
देती है तो इससे उनका भविष्य खतरे मे पड़
जाएगा । दूसरी ओर बी. एड. प्रथम सत्र की परीक्षा विश्वविद्यालय द्वारा मनमाने
तरीके से लिया गया जिसमे EPC जो की आंतरिक परीक्षा होती है उसे
भी विश्वविद्यालय द्वारा ही आयोजित करवा दिया गया जोकि NCTE के
नियमों की पूरी तरह से अवहेलना है ।
छात्रों मे
सरकार और विश्वविध्यालय के प्रति रोष इस कदर व्याप्त है की सारो छात्रों ने एक
स्वर मे कहा की यदि सरकार हमें दिसम्बर मे होने वाली टीईटी / एसटीईटी मे बैठने का
मौका नही देती है तो वे सभी विश्वविद्यालयों को एक जुट करके इस आंदोलन को पूरे राज्य स्तर पर चलाएँगे ।
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